तुम्हें बदलना होगा !
जीवन की राहें
बहुत हैं पथरीली
तुम्हें गिर कर
फिर संभलना होगा ।
भ्रम की बाहें
बहुत हैं हठीली
छोड़ बन्धनों को
कुछ कर गुजरना होगा ।
दुनिया की निगाहें
बहुत हैं नुकीली
तुम्हें बचकर
आगे बढ़ना होगा ।
रिश्तों की हवाएँ
बहुत हैं जकड़ीली
छोड़ तृष्णा को
मुक्त हो जाना होगा ।
ऐ ‘मन’
तुम्हें बदलना होगा
बदलना होगा
बदलना होगा !!
...सुमन ‘मीत’...
बदलना ही होगा.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भाव लगें ।
जवाब देंहटाएंIs badlaavmein hi jeeva hai ... Geeta mein Shri krishn ne bhi kaha hai ... badlaav/parivartan shrishti ka niyam hai ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना है, नोकीली की जगह नुकीली कर ले तो ठीक रहेगा!!
जवाब देंहटाएंनिलेश जी
जवाब देंहटाएंसुझाव के लिये शुक्रिया । मैने बदलाव कर दिया है ।
रिश्तों की हवाएं बहुत जकड़ीली , छोड़ तृष्णा को मुक्त हो जाना होगा....पर ऐ मन कहाँ बदलता है...???
जवाब देंहटाएंमन को छू गयी ये रचना...
bahut khub,......
जवाब देंहटाएंbadalna hi hoga....
दुनिया की निगाहें बहुत हैं नुकीली
जवाब देंहटाएंतुम्हें बचकर आगे बढ़ना होगा ।
बहुत उम्दा....प्रभावशाली.
बिल्कुल...बदलना होगा.बेहतरीन!!
जवाब देंहटाएंएक विनम्र अपील:
कृपया किसी के प्रति कोई गलत धारणा न बनायें.
विवादकर्ता की कुछ मजबूरियाँ होंगी, उन्हें क्षमा करते हुए अपने आसपास उठ रहे विवादों को नजर अंदाज कर निस्वार्थ हिन्दी की सेवा करते रहें, यही समय की मांग है.
हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार में आपका योगदान अनुकरणीय है, साधुवाद एवं अनेक शुभकामनाएँ.
-समीर लाल ’समीर’
sahi kaha suman ji man ko ab badalna hoga...sandeshprad rachna ke liye dhanyawaad...zindagi ki mushkil raahein tay karne ke liye soch ka badalna bahut zaruri hai
जवाब देंहटाएंपरिवर्तन संसार का नियम है.. या तो दुनिया बदलिए या बदल जाइए.. बढ़िया कविता.
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना .....
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भाव :)
जवाब देंहटाएंटाइम मशीन से यात्रा करने के लिए.... इस लिंक पर जाएँ :
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badalna hoga, warna taar taar tum hi hoge ... mann jo ho !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंमन को इस प्रकार कटघरे में खड़ा देख अच्छा लगता है । जब हठ पकड़ लिया है तो बदल भी देंगी ।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता. दुनिया की निगाहें है बहुत नुकीली . तुम्हें बचकर निकलना होगा ये पंक्तियाँ छु गई.
जवाब देंहटाएंek positivity liye sundar rachna suman ji..
जवाब देंहटाएं-----------------------------------
जवाब देंहटाएंmere blog par meri nayi kavita,
हाँ मुसलमान हूँ मैं.....
jaroor aayein...
aapki pratikriya ka intzaar rahega...
regards..
http://i555.blogspot.com/
What a smart composition! ;)
जवाब देंहटाएंbahut sundar prastuti.............
जवाब देंहटाएंsunder rachna .........
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