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बुधवार, 22 अक्तूबर 2014

प्रेम का नव दीपक



जिंदगी की दीवार पर
चिन्हित हैं उम्र के झरोखे  
जलाना तुम हर बरस
प्रेम का नव दीपक
डालना सदभावना की डोरी
भरकर करुणा का भाव
प्रदीप्त करना मंगलकामना की लौ !!


( दीवार पर चिन्हित झरोखों में उम्र भर का सामान है ..फिर भी खाली प्रतीत होते हैं ... भरा हुआ खालीपन नहीं दिखता ना.. देखो न ! प्रेम खालीपन में समाहित हो कितना जगमगाने लगा है !! )
 दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें ..... 

सु-मन

16 टिप्‍पणियां:

  1. आपको दीपावली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ !

    कल 23/अक्तूबर/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
    धन्यवाद !

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  2. सुन्दर प्रस्तुति...........दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें! मेरी नयी रचना के लिए मेरे ब्लॉग "http://prabhatshare.blogspot.in/2014/10/blog-post_22.html" पर सादर आमंत्रित है!

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  3. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  4. आपकी इस प्रस्तुति की चर्चा 23-10-2014 को चर्चा मंच पर चर्चा - 1775 में दिया गया है
    आभार ।

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  5. अनुपम प्रस्तुति....आपको और समस्त ब्लॉगर मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं...
    नयी पोस्ट@बड़ी मुश्किल है बोलो क्या बताएं

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  6. ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति… दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...

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  7. बहुत सुन्दर...दीप पर्व की हार्दिक मंगलकामनाएं!

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  8. 'मंगल कामना की लौ' ज्योतित रहे - चतुर्दिक् प्रकाश भरती रहे !

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