कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.....जो जाने अनजाने.....बरबस ही टपकते रहते हैं.....मेरे मन के आँगन में......
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शुक्रवार, 30 नवंबर 2018
जन्मदिन
ऐ जिंदगी ! ...जन्मदिन पर कर दे कुछ हर्फ़ मेरे नाम रख उन हर्फ़ों में अश्क़ों सी ताज़गी कलम के रंग को कर दे लहू सा गूढ़ा लाल भरते हर पन्ने में डाल दे अंतिम श्वास का भाव कि अनगिनत अनजीये लम्हों को यादों की कब्र में सकून से दफना दूँ !!
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जवाब देंहटाएंजन्मदिन पर
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं |
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 30/11/2018 की बुलेटिन, " सूचना - ब्लॉग बुलेटिन पर अवलोकन 2018 “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
गहरा दर्द समेटे मर्मस्पर्शी रचना।
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