ऐ जिंदगी ! ...जन्मदिन पर कर दे कुछ हर्फ़ मेरे नाम रख उन हर्फ़ों में अश्क़ों सी ताज़गी कलम के रंग को कर दे लहू सा गूढ़ा लाल भरते हर पन्ने में डाल दे अंतिम श्वास का भाव कि अनगिनत अनजीये लम्हों को यादों की कब्र में सकून से दफना दूँ !!
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (01-12-2018) को "नदी सरोवर झील" (चर्चा अंक-3172) पर भी होगी। -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है। जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये। हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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उत्तर देंहटाएंजन्मदिन पर
उत्तर देंहटाएंहार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (01-12-2018) को "नदी सरोवर झील" (चर्चा अंक-3172) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं |
उत्तर देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 30/11/2018 की बुलेटिन, " सूचना - ब्लॉग बुलेटिन पर अवलोकन 2018 “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
गहरा दर्द समेटे मर्मस्पर्शी रचना।
उत्तर देंहटाएंSuch a wonderful lines, publish your book online with Book rivers
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