बाबुल मोहे रहने दे
अपनी प्यारी बिटिया ही
मत तोड़ मुझे डाली से
खिलने दे अपनी बगिया ही …….
बेटा बनकर तुझको संभालूं
बुढ़ापे का बनूँगी सहारा भी
कभी न छोडूंगी तेरा दामन
आँखें बन करुँगी उजियारा भी
बाबुल मोहे रहने दे
अपनी प्यारी बिटिया ही......
रिश्ते जहाँ में झूठे हैं सारे
नहीं और रिश्ता तुझसा कोई
क्यूँ कहें दुनिया मोहे ऐ बाबुल
बेटी जैसा बोझ ना दूजा कोई
बाबुल मोहे रहने दे
अपनी प्यारी बिटिया ही.....
माँ की लोरी याद है आती
वो मुझको सहलाती बाहें तेरी
पुकारे मुझको घर का आँगन
ये महकती हुई फुलवारी तेरी
बाबुल मोहे रहने दे
अपनी प्यारी बिटिया ही.......
बचपन में तूने थामा हाथ मेरा
अब तुझको ना गिरने दूंगी कभी
समय को बदलने दे अपने तेवर
तू डर मत मैं न बदलूंगी कभी
बाबुल मोहे रहने दे
अपनी प्यारी बिटिया ही.....
कभी ना भटकूंगी कर्म पथ पर
हर मुश्किल से लड़ लूंगी मैं भी
आशीष तेरा रहे सदा मुझ पर
बस इतना कर्म करना तू भी
बाबुल मोहे रहने दे
अपनी प्यारी बिटिया ही
मत तोड़ मुझे डाली से
खिलने दे अपनी बगिया ही........!!
सु ..मन
पितृ दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंअच्छा बाप आपको मिला , यह बड़ी खुशनसीबी है.
जवाब देंहटाएंदेखें-
"बाबुल तेरे देश में"
http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/06/masik-dharm.html
sumanji dil ko chhu lene wali baate ..lazwaab
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी भावप्रणव प्रस्तुति!!
जवाब देंहटाएंपितृदिवस की शुभकामनाएँ!
...dil ki gehrai se nikli hui aawaaj!...sundar rachna!
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरती से बेटी के अंतर्मन को खंगालती रचना
जवाब देंहटाएंअद्भुत भाव प्रेम के, कोमलता के।
जवाब देंहटाएंसुंदर अतिसुन्दर अच्छी लगी, बधाई
जवाब देंहटाएंमर्मस्पर्शी भाव..... बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहद अच्छी और भावुक पंक्तियों में आपने अपनी भावनाओं को सरल अंदाज़ में अभिव्यक्त किया है सुमन जी..पिता और पुत्री का रिश्ता ही बहुत भावनात्मक होता है तो फिर कविता अछोती कैसे रह सकती है.. ! सुन्दर अभिव्यकि, बधाई !
जवाब देंहटाएंबहद अच्छी और भावुक पंक्तियों में आपने अपनी भावनाओं को सरल अंदाज़ में अभिव्यक्त किया है सुमन जी..पिता और पुत्री का रिश्ता ही बहुत भावनात्मक होता है तो फिर कविता अछोती कैसे रह सकती है.. ! सुन्दर अभिव्यकि, बधाई !
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव ...पर पिता ही तो बेटी को जीवन कर्म में उतारते हैं ...
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बेहतरीन रचना
केरा तबहिं न चेतिआ, जब ढिंग लागी बेर
♥ आपके ब्लॉग़ की चर्चा ब्लॉग4वार्ता पर ! ♥
♥ संडे सन्नाट, खबरें झन्नाट♥
♥ शुभकामनाएं ♥
ब्लॉ.ललित शर्मा
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बहुत सुन्दर ... बेटा बनके तुझे संभालूंगी.. हर बेटी के मन की बात
जवाब देंहटाएंक्या कहें , बहुत सुन्दर और दिल को छूती भावनाएं |
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन रचना....
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
मार्मिक ... दिल कों गहरे छू गई रचना ... अनुपम भाव हैं ... आँखे नम हो जाती है पढ़ के ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर! शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंvery nice poetry .. it really leaves an everlasting effect ,.. even i write poems in hindi have a look at my blog
जवाब देंहटाएंhttp://truth-through-poetry.blogspot.in/