जिंदगी की दीवार पर
चिन्हित हैं उम्र के झरोखे
जलाना तुम हर बरस
प्रेम का नव दीपक
डालना सदभावना की डोरी
भरकर करुणा का भाव
प्रदीप्त करना मंगलकामना की लौ !!
( दीवार पर चिन्हित झरोखों में उम्र भर का सामान
है ..फिर भी खाली प्रतीत होते हैं ... भरा हुआ खालीपन नहीं दिखता ना.. देखो न ! प्रेम खालीपन में समाहित हो कितना जगमगाने लगा है !! )
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें .....
सु-मन
सु-मन
आपको दीपावली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंकल 23/अक्तूबर/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
धन्यवाद !
सुन्दर प्रस्तुति...........दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें! मेरी नयी रचना के लिए मेरे ब्लॉग "http://prabhatshare.blogspot.in/2014/10/blog-post_22.html" पर सादर आमंत्रित है!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ।
जवाब देंहटाएंदीप पर्व शुभ हो सभी को ।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रस्तुति की चर्चा 23-10-2014 को चर्चा मंच पर चर्चा - 1775 में दिया गया है
जवाब देंहटाएंआभार ।
अनुपम प्रस्तुति....आपको और समस्त ब्लॉगर मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंनयी पोस्ट@बड़ी मुश्किल है बोलो क्या बताएं
Very Nice Post...
जवाब देंहटाएंHappy Diwali
Very Nice Post...
जवाब देंहटाएंHappy Diwali
हैप्पी दीपावली...शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंख़ूबसूरत अभिव्यक्ति… दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंआपको भी दीपावली ही हार्दिक शुभकामनाए !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...दीप पर्व की हार्दिक मंगलकामनाएं!
जवाब देंहटाएं'मंगल कामना की लौ' ज्योतित रहे - चतुर्दिक् प्रकाश भरती रहे !
जवाब देंहटाएंदीपावली की हार्दिक बधाई ...
जवाब देंहटाएंsundar prastuti...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिखा है आपने..
जवाब देंहटाएं