ऐ राही !
तुम उसे
जानते हो
वो
तुन्हें जानता भी नहीं
तुम संग
उसके चलते हो
वो ठहरता
भी नहीं
तुम पथ पर
ठोकर खाते हो
वो गिरता
भी नहीं
तुम मंजिल
भूल जाते हो
वो भटकता
भी नहीं
तुम
रिश्तों से घबराते हो
वो बंधता
भी नहीं
तुम भावों
में घिर जाते हो
वो सिमटता
भी नहीं
तुम खोकर
पाना चाहते हो
वो पीछे
हटता भी नहीं
तुम जीत
की चाह रखते हो
वो लड़ता
भी नहीं
तुम फिर
से जीना चाहते हो
वो मरता
भी नहीं
तुम उसे
जानते हो -२
वो तुम्हे जानता भी नहीं
तुम संग
उसके चलते हो
वो ठहरता
भी नहीं
वो ठहरता
भी नहीं !!
सु-मन
बड़े दिनों बाद... बड़ी ही सार्थक पंक्तियॉं बधाई सुमन जी।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया राज जी
हटाएंवाह सुमन जी बहुत ही खूबसूरती से लिखी गई बेहद सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसादर, अरुन शर्मा
www.arunsblog.in
शुक्रिया अरुण ..आपके ब्लॉग का कार्य कैसा चल रहा है
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (25-11-2012) के चर्चा मंच-1060 (क्या ब्लॉगिंग को सीरियसली लेना चाहिए) पर भी होगी!
सूचनार्थ...!
दिल से आभार शास्त्री जी ..मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया
हटाएंकहाँ रुके, वो तो मनमाना...
जवाब देंहटाएंहांजी प्रवीण जी .... वक्त हों या मन रोके कब रुके हैं ...
हटाएंबावरे मन से निकली ...इक भेद भरी सटीक बात !
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ! मुबारक हो !
वक्त को संभालो.... !!!
इस जिन्दगी की दी हुई मुफ्त सौगात का
कोई मूल्य नही पहचानता इस की औकात का???
बहुत बहुत शुक्रिया अशोक जी ...
हटाएंबहुत बढ़िया पंक्तियाँ
बहुत सटीक और प्रभावी अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद कैलाश जी
हटाएंबहुत बढिया
जवाब देंहटाएंThnx Manoj ji
हटाएंबहुत बढ़िया अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंShukriya aapka ranjan ji
हटाएंसुन्दर भावाभिव्यक्ति बहुत बहुत बधाई अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर जुड़ भी गई हूँ आपके ब्लॉग से
जवाब देंहटाएंDil se shukriya rajesh ji.... Mere blog pr aapka swagat hai....
हटाएंसुन्दर भावों को समेटे हुए,ह्रदय तक दस्तक देती रचना !!!
जवाब देंहटाएंशुक्रिया :))
हटाएंसुन्दर भावों को समेटे हुए,ह्रदय तक दस्तक देती रचना !!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना !:)
जवाब देंहटाएंहर राही को पहुँचाता है मंज़िल पर... वो रास्ता...
जिस रास्ते की खुद कोई मंज़िल ही नहीं होती ....
~सादर
वाह अनीता जी ..बहुत सुंदर
हटाएंअनुपम भाव संयोजित करते हुये उत्कृष्ट अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दरता से पिरोई हुई मैं की परिभाषा ..
जवाब देंहटाएंBahut khoob kaha hai aapne!
जवाब देंहटाएंKeep Blogging!
खूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंati sundar bhav sanyojan ke saath likhi gayi behtreen rachna congr8s....:)
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी रचना है सुमन...
जवाब देंहटाएंबार बार पढ़ी...
अनु
http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/12/2012-12.html
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भावों मे पिरोई गई रचना। लाजवाब अभिवयक्ति
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