बहुत उदास सी है
शाम आज
आसमान भी
खाली खाली
घर की ओर बढ़ते
उसके कदमों में
है कुछ भारीपन
यूँ तो अकसर
दबे पाँव ही आती है
ये उदासी
पर आज
न जाने क्यूँ
इसकी आहट में
है चुभन सी
जो उसकी रूह को
कचोटती हुई
भर रही है
उसकी नसों में
एक धीमा ज़हर
और वो
अजाने ही उसको
समेट रही
आँखों के प्याले में
पी रही
घूँट घूँट नमी
वो लड़की बहुत उदास है !!
सु-मन
सुन्दर अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शुक्रवार 10 फरवरी 2017 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंN jaane kyon uski aahat udas si hai, par hai kuch kuch albeli si bhi......
जवाब देंहटाएंउदासी की आहट बहुत देर तक रहती है ... बहुत कुछ कहती हुयी लड़की की उदासी ...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंउदासी की आहट हमें अन्दर ही अन्दर बहुत ड़राती हैं................
जवाब देंहटाएंकुछ ना कहते हुए भी बहुत कुछ कह रहीं हैं उदास लड़की।
http://savanxxx.blogspot.in
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंलड़की की उदासी को खूब उकेरा है आपने .
जवाब देंहटाएंनिशब्द... :) just want to say hats of to you mam.....
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति
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