मेरी कौन हो तुम !
पूछती हो मुझसे
मेरी कौन हो तुम !
मैं पथिक तुम राह
मैं तरु तुम छाँव
मैं रेत तुम किनारा
मैं बाती तुम उजियारा
पूछती हो मुझसे मेरी..............
मैं गीत तुम सरगम
मैं प्रीत तुम हमदम
मैं पंछी तुम गगन
मैं सुमन तुम चमन
पूछती हो मुझसे मेरी..............
मैं बादल तुम बारिश
मैं वक्त तुम तारिख
मैं साहिल तुम मौज
मैं यात्रा तुम खोज
पूछती हो मुझसे मेरी...............
मैं मन तुम विचार
मैं शब्द तुम आकार
मैं कृत्य तुम मान
मैं शरीर तुम प्राण
पूछती हो मुझसे
मेरी कौन हो तुम
मेरी कौन हो तुम...........
मेरी कौन हो तुम...........!!
सुमन ‘मीत’
khoobsurat abhivyakti
जवाब देंहटाएंबहुत खूब! ब्लॉग की सालगिरह मुबारक हो!
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रचना । आपको एक वर्ष पूरे करने पर बधाई ।
जवाब देंहटाएंitni sundar aur bhaavpoorn kavita . isse badhkar to is saalgirah ki gift kuch ho hi nahi sakta suman... bahut bahut badhayi .
जवाब देंहटाएंblog ke janm din par bahut bahut badhai aur shubhkamnaen
जवाब देंहटाएंsundar kavita
ब्लाग की सालगिरह पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें बेहतरीन रचना के लिये भी बधाई।
जवाब देंहटाएंvery nice....
जवाब देंहटाएंमेरी कौन हो तुम, सुन्तर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंसुमन तुम्हारी एक और सुन्दर रचना पढने को मिली.........बहुत अच्छा लगा.... तुम्हारे ब्लॉग की सालगिरह पर तुम्हे बहुत बहुत मुबारकबाद........ खुदा करे तुम यूँ ही आगे बढती रहो..........तुम आसमान की बुलंदियां छुओ..... इस फ़ील्ड में तुम्हारा बहुत बहुत नाम हो........... तुम्हे बहुत आगे तक देखना चाहता हूँ........ :))))
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत सुन्दर रचना……………ब्लाग की सालगिरह पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ! ब्लॉग की सालगिरह पर बहुत बहुत बधाई !
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (17/1/2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया। मेरा ये सफर आप सभी के साथ के बिना अधूरा है......
जवाब देंहटाएंवन्दना जी धन्यवाद मेरी पोस्ट लेने के लिये...
जवाब देंहटाएंब्लॉगजगत में एक वर्ष पूरा करने के उपलक्ष्य में शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंयह रचना बहुत अच्छी है!
बहुत ही सुन्दर गीत लिखा है.
जवाब देंहटाएंब्लॉग की पहली सालगिरह मुबारक हो.
मैं बदल तुम बारिश
जवाब देंहटाएंमन वक्त तुम तारीख
मैं साहिल तुम मौज
मैं यात्रा तुम खोज
वाह बहुत खूब ....!!
सुमन जी,
जवाब देंहटाएंब्लॉगिंग के एक साल के कामयाब सफ़र की मुबारकबाद...
रचना भी बहुत खूबसूरत है आपकी...
रिश्तों में समर्पण का बेहतरीन दस्तावेज़.
ब्लॉग के एक साल पूरा होने पर बधाई ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत कविता है ..
मैं मन तुम विचार ...!!
जवाब देंहटाएंबहुत सकारात्मक भाव लिए हुए
भावमयी प्रस्तुति -
शुभकामनायें
simpli beutiful...congratulations
जवाब देंहटाएंसुंदर और प्रभावी अभिव्यक्ति...... ब्लॉग के सालगिरह की बधाई.....सतत लेखन की शुभकामनायें....
जवाब देंहटाएंCongrates to complete one year of ur blog "Bawara mann". Very Nice poem..........
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत में एक वर्ष पूरा करने के लिए शुभ कामनाएं. अच्छा गीत है. इसने मुझे मेरी एक पुरानी कविता याद दिला दी " साथ तुम्हारा"
जवाब देंहटाएंतुम प्रेम गीत मैं एक कविता
तुम निर्बाध संगीत मैं सुर सरिता
तुम निर्भीक व्योम मैं ध्रुव तारा
तुम चंचल चपला मैं अम्बर सारा
तुम पुण्य प्रसून मैं वरमाला
तुम गीत विरह का मैं पांव का छाला
तुम मदिरा मैं मय का प्याला
तुम जीवन संध्या मैं सानिध्य तुम्हारा
तुम अंतिम साँसें मैं तुलसी दल बेचारा
तुम सात जनम मैं साथ तुम्हारा
खूबसूरत रचना । आपको एक वर्ष पूरे करने पर बधाई ।
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंआपके ब्लॉग के प्रथम जन्मदिन पर बधाई ... और इस सुन्दर रचना पे दिल कह उठा वाह,, !!
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा शब्दों का संगम !
जवाब देंहटाएंbahut achchi lagi.
जवाब देंहटाएंLafz nahin bayan karne ke liye ke tumkitna acha likhti rahin ho aur yeh , " Mere Kaun ho tum " bhi bahut hi achi lagi , bahut hi saral bhasha ka prayog karke aap ne apni soch ko lafzon mein piroya hai ....... Aur haan Banware Mann ki is Pehli Varsh Ganth ke Liye Hardik Shubh Kaamnaayein ... aur aasha karta hoon ke aap ise aur aage hi aage leh jaayen ... main aapka ek dost hoon
जवाब देंहटाएंEK VARSH POORA HONE PE BADHAI ... BAHUT HI सुन्दर BHAAVPOORN RACHNA HAI ...
जवाब देंहटाएंसुमन जी,
जवाब देंहटाएंएक प्रश्न को कितने सुन्दर रूप में उत्तरित किया, हर एक उत्तर के लिये वाह!!
इन जोड़ों से प्रतिध्वनित होता है प्यार या एक का दूसरे में अंगीकार होना।
बहुत अच्छा लिखा है......ब्लॉगजगत में पहली वर्षगांठ पर हार्दिक बधाईयाँ। यह सिलसिला यूँ ही चलता रहे.......
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
bhut achcha likhi hain.
जवाब देंहटाएंbahut bahut badhaai ...sundar kavitaa
जवाब देंहटाएंआदत.......मुस्कुराने पर
जवाब देंहटाएंटीवी पर ठगी का धंधा जोरों पर ........!
नई पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://sanjaybhaskar.blogspot.com/2011/01/blog-post_24.html
ब्लॉग की पहली सालगिरह पर बधाई।
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