कुछ क़तरे हैं ये जिन्दगी के.....जो जाने अनजाने.....बरबस ही टपकते रहते हैं.....मेरे मन के आँगन में......
मन !
सुन्दर
वाह, मन का भारीपन कौन जाने, कौन तौले।।।।।
Brevity is the soul of wit and you have proved this.👍
सुन्दर
जवाब देंहटाएंवाह, मन का भारीपन कौन जाने, कौन तौले।।।।।
जवाब देंहटाएंBrevity is the soul of wit and you have proved this.👍
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