कहते हैं इस दुनिया में
हर चीज की अहमियत होती है
क्यों हमारे जज़्बातों के लिए
इसकी कमी सी लगती है
जब समय के साथ
हर चोट भर जाती है
क्यों हमारे ही जख्मों में
इक टीस सी रहती है
ये पूछते हैं अकसर खुद से – 2
क्यों अपनी ही तमन्नाओं के सैलाब में
हमारी उल्फत दबी सी रहती है........ !!
सु..मन