शब्द सारे खो गए
छा गया है मौन सा
अब तू बता मन मेरे
गीत लिखूँ कौन सा ।
शब्द सागर है भरा
साहिल है बेचैन सा
अब तू बता मन मेरे
मोती चुनूँ कौन सा ।
ज्वलंत हैं अभिलाषाएँ
अस्तित्व है गौण सा
अब तू बता मन मेरे
रास्ता बढूँ कौन सा ।
नेह हृदय है बह रहा
माझी है निष्प्राण सा
अब तू बता मन मेरे
पतवार ढूँढू कौन सा ।
अब तू बता मन मेरे
गीत लिखूँ कौन सा ....!!
सु..मन