जिंदगी की दीवार पर
चिन्हित हैं उम्र के झरोखे
जलाना तुम हर बरस
प्रेम का नव दीपक
डालना सदभावना की डोरी
भरकर करुणा का भाव
प्रदीप्त करना मंगलकामना की लौ !!
( दीवार पर चिन्हित झरोखों में उम्र भर का सामान
है ..फिर भी खाली प्रतीत होते हैं ... भरा हुआ खालीपन नहीं दिखता ना.. देखो न ! प्रेम खालीपन में समाहित हो कितना जगमगाने लगा है !! )
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें .....
सु-मन
सु-मन