वो लड़का
सारे दिन के
बोझिल पलों को
सुला देता है
थपकियाँ देकर
हर रात
अपने बिस्तर में
आँख मूंदती
बेजान हसरतें
जब निढाल हो
सो जाती हैं
एक कोने में
वो उन्हें लेकर
अपनी हथेली में
सुबकता है रात भर
सुबह उठकर
फिर जीने लगता है
कुछ और बोझिल साँसें
होठों पे मुस्कराहट के साथ
वो लड़का बहुत शातिर है !!
सु-मन