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शनिवार, 18 सितंबर 2021

शब्द से ख़ामोशी तक – अनकहा मन का (२३)


                            किसी भी बात का जरूरी व गैरजरूरी होना मनुष्य की जरूरत पर निर्भर करता है । एक प्रश्न किसी के लिए जरूरी हो सकता है परन्तु उसका उत्तर न देकर वही प्रश्न दूसरे के लिए गैरज़रूरी । प्रश्न एक ही लेकिन उसके मायने अलग अलग । जीवन की पाठशाला में निरुत्तर कुछ प्रश्न जरूरत की स्याही ढूँढते रहते हैं ।

सु-मन 




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